ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी-20 फैमिली फोटोशूट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो नहीं पहुंच पाए।
सामने आई तस्वीर में विश्व के जी20 नेताओं के साथ वे दोनों ही नहीं दिखाई दे रहे हैं।
वहीं इस बात को लेकर अमेरिकी प्रशासन ने ठीकरा लॉजिस्टिकल टीम पर फोड़ा है। बता दें कि इस शॉट में जो बाइडेन के अलावा कनाडा के पीएम और इटली की प्रधानमंत्री भी नहीं शामिल हो पाई थीं।
बता दें कि राष्ट्रपति रहते हुए यह जो बाइडेन की आखिरी विदेश यात्रा थी। रियो के प्रसिद्ध म्यूजियम में ग्रुप फोटो के लिए जी-20 के नेता इकट्ठे हुए थे।
इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी शामिल थे।
बाइडेन और कनाडाई प्रधानमंत्री जी-20 की बैठक से इतर द्विपक्षीय बैठकों में व्यस्त हो गए। जब तक वे ग्रुप फोटो के लिए पहुंचे, तब तक सब जा चुके थे। इस फोटोशूट में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलनी भी नहीं पहुंच पाईं।
एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, वहां ज्यादातर लोग पहुंच चुके थे। ऐसे में लॉजिस्टिक मामले को देखते हुए फोटोशूट जल्दी कर दिया गया।
बता दें कि रियो के इस सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नहीं पहुंचे थे। कहा जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध के लिए आईसीजे द्वारा अपराधी करार दिए जाने के बाद गिरफ्तारी के डर से वह विदेश यात्रा नहीं कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर ब्राजील में भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका गर्म जोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘रियो डी जेनेरियो पहुंचने पर भारतीय समुदाय के गर्मजोशी भरे और जीवंत स्वागत से मैं बहुत प्रभावित हुआ। उनकी ऊर्जा उस स्नेह को दर्शाती है जो हमें सभी महाद्वीपों से जोड़ता है।”
भारतीय समुदाय के लोगों ने श्री मोदी का स्वागत संस्कृत में मंत्रोच्चार साथ किया।
श्री मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अलावा विश्व नेताओं के साथ भी बातचीत की।
पिछले वर्ष जी-20 शिखर सम्मेलन का भारत की अध्यक्षता में राजधानी दिल्ली में आयोजन किया गया था।