मुंबई की सार्वजनिक परिवहन सेवा (BEST) की एक बस सोमवार रात जानलेवा बन गई।
तेज रफ्तार और अनियंत्रित बस की चपेट में आकर पैदल चल रहे 6 लोगों की मौत हो गई, वहीं 49 लोग घायल हो गए हैं।
शिवसेना विधायक दिलीप लांडे ने दावा किया है कि घबराहट में ड्राइवर ने ब्रेक की जगह एक्सेलरेटर दबा दिया था।
उन्होंने कहा कि बस का ब्रेक फेल हो गया और फिर घबराहट में ड्राइवर ने एक्सेलरेटर पर पैर रख दिया। इसके बाद बस की स्पीड बढ़ गई और यह बड़ा हादसा हो गया।
पुलिस ने 50 साल के ड्राइवर संजय मोरे को गिरफ्तार किया है। उसका भी कहना है कि ब्रेक फेल होने की वजह से ऐक्सिडेंट हुआ है।
वहीं प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ड्राइवर नशे में था और वह बस को नियंत्रित नहीं करपाया। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्ट्या बस की ब्रेक बिल्कुल ठीक है। वहीं मामले की जांच विस्तार से की जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) उपक्रम की बस बुद्ध कॉलोनी नामक एक आवासीय सोसायटी में घुस गई और फिर रुक गई।
उन्होंने बताया कि दुर्घटना स्थल से तीन लोगों को मृत अवस्था में पास के भाभा अस्पताल लाया गया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में एक किशोरी समेत 22 घायलों का इलाज जारी है।
घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। दुर्घटना में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने बताया कि बस की पंजीकरण संख्या एमएच01-ईएम-8228 है। उन्होंने बताया कि यह बस कुर्ला रेलवे स्टेशन से अंधेरी जा रही थी, तभी यह दुर्घटना हुई।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 12 मीटर लंबी यह इलेक्ट्रिक बस हैदराबाद स्थित ‘ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक’ द्वारा निर्मित है और इसे बेस्ट ने पट्टे पर लिया था। उन्होंने बताया कि ऐसी बसों के चालक निजी ऑपरेटर द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं।