रायपुर/राजधानी रायपुर में हम किसी से कम नहीं वाली बात चल रही है, एक तरफ बदमाशों के हौसले बुलंद है तो वहीं चोरों ने भी अपना हौसला बढ़ा रखा है, सीसीटीवी में चोरी की वारदात कैद,3से 4चोरों ने मिलकर घटना को दिया अंजाम,चोरों ने भी यह दिखा दिया हम किसी से कम नहीं

रायपुर/कानून की सरकार कि बात करने वाली सरकार की पुलिस व्यवस्था की खुली पोल,प्रार्थी और पड़ोसी 112 को एक सुबह से काल करता रहे,दोपहर बाद पहुंची पुलिस,
इससे पहले क्लासिक सीटी में 6से 7चोरियां हुई,अपराधी पकड़े गए सामान जब्ती हुआ,सिर्फ कागजों पर,आज तक चोरियों का पर्दाफाश नहीं कर सकी राजधानी पुलिस।राजधानी पुलिस की भूमिका संदिग्ध,
रायपुर में चोर गैंग का आतंक : शातिर चोरों ने कारोबारी के मकान में बोला धावा,लाखों के सोने-हीरे के जेवरात लेकर हुए फरार,राजधानी पोलिसिंग व्यवस्था की खुली पोल,
राजधानी रायपुर जिस कदर बदमाशों,चाकूबाजों के हौसले बुलंद है,उससे दो कदम आगे चोरों के भी हौसले बुलंद हैं,आखिरकार चोरों ने भी साबित कर दिया हम किसी से कम नहीं,एक बार फिर चोर गैंग ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। विधानसभा थाना क्षेत्र अंतर्गत टेकारी ग्राम के परसूलीडीह स्थित क्लासिक सिटी सोसाइटी में एक मकान को निशाना बनाते हुए चोरों ने 20 लाख रुपये के लगभग जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। जानकारी के अनुसार राजधानी के परसूलीडीह स्थित क्लासिक सीटी में सीड्स कारोबारी मनीष सहगल का मकान है,कारोबारी मनीष ओडिशा गए हुए थे। परिवार रामानुजगंज गया हुआ था,इसी का फायदा उठाते हुए चोर गैंग ने घर के गेट को काट कर दरवाजे की कुंडी और ताले तोड़कर अंदर घुसकर घर के दो कमरों में रखी अलमारियों के लॉकरों को तोड़कर शातिर चोर सोने,चांदी और हीरे के आभूषण लेकर रफू चक्कर हो गए। सुबह पड़ोसी ने देखा घर के बाहर का गेट खुला है,गेट पर जहां ताला लगता है ताला बंद है कुंडी कटी है,पड़ोसी को सारा माजरा समझ में आ गया पड़ोसी ने सहगल जी को चोरी होने की सूचना फोन पर दी, सहगल ने पड़ोसी से कहा कि आप 112 को सूचना दे दीजिए मै भी दे दे रहा हूं मै उड़ीसा से आ रहा हूं पड़ोसी और सहगल चार से पांच बार 112 को काल कर सूचना दिए लेकिन 112 से उन्हें कहा गया ये हमारा मैटर नहीं है,उसके बाद पड़ोसी द्वारा थाने पर सूचना दी गई थाने से भी जवाब मिला जिसके यहां चोरी हुई है वो आयेंगे तब पुलिस कुछ करेगी,अब आप अंदाजा लगा सकते हैं जिस घर में चोरी हुई है उस घर के लोग रायपुर से बाहर थे,पड़ोसी की सूचना पर पुलिस का ना आना 112 का कोई रिस्पांस नहीं मिलना पुलिस व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है, क्योंकि सरकार बार बार कहते नहीं थकती कि प्रदेश में कानून का राज्य है सुशासन की सरकार है, क्या यही कानून का राज है,ये बड़ा सवाल है,तो सहगल जी को लगा कि ऐसे तो पुलिस आने से रही किसी प्रभावशाली व्यक्ति से कहना पड़ेगा तो वो बिचारे प्रभावशाली व्यक्तियों को फोन लगाने लगे किसी के कहने सुनने पर दोपहर दो से तीन बजे के लगभग पुलिस किसी तरह पहुंची इसी से आप अंदाजा लगा सकतें हैं कि राजधानी रायपुर में सुशासन सरकार की पुलिस कानून के राज्य में कितनी सशक्त है,
आप को जानकर आश्चर्य होगा इसी क्लासिक सीटी कालोनी में इससे पहले 6,से 7चोरियां हो चुकी है,जिसका पर्दाफाश राजधानी पुलिस आज तक नहीं कर सकी उल्टे एक लोग एक साल से रोजाना थाने का चक्कर लगा रहें हैं चोरी के खुलासे के बाद जब्ती सामान लेने के लिए लेकिन अफसोस सिर्फ एक साल से थाने का चक्कर ही लगाना पड़ रहा है,अब आप अंदाजा लगा सकते हैं छत्तीसगढ़ राजधानी पुलिस की क्या स्थिति है।

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