हरियाणा और राजस्थान यातायात पुलिस के बीच चालान युद्ध छिड़ता नजर आ रहा है।
इसकी वजह कुछ दिन पहले वायरल हुआ एक वीडियो माना जा रहा है, जिसमें एक महिला कॉन्स्टेबल को कंडक्टर के साथ 50 रुपये के टिकट को लेकर बहस करते देखा गया था।
हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। दोनों ही पक्ष दर्जनों वाहनों का चालान बना चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वीडियो वायरल होने के बाद हरियाणा याताचात पुलिस ने राजस्थान स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की बसों को रोकना और चालान बनाना शुरू कर दिया था।
दो दिन के दौरान पुलिस ने चालान के दौरान तस्वीरें भी खीचीं। RSRTC के एक कंडक्टर ने कहा, ‘वे मुख्य रूप से नॉन-एसी बसों के चालान बना रहे हैं।’
अखबार के अनुसार, RSRTC के जीएम मनोज कुमार बंसल ने कहा कि लेन बदलने, ड्राइवर के वर्दी नहीं पहनने, सीट बेल्ट नहीं लगाने जैसे कारणों के चलते हरियाणा यातायात पुलिस की तरफ से करीब 40 RSRTC बसों का चालान बनाया गया है।
उन्होंने कहा, ‘कुछ चालान 500-1000 के हैं, वहीं कुछ 5000 जितनी रकम के भी हैं।’ एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘उन्होंने दो दिनों में 39 RSRTC बसों को चालान दिए हैं और राजस्थान ने आज सिर्फ दो घंटे ऐसा किया।’
अखबार से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि राजस्थान पुलिस ने हरियाणा रोडवेज की 8 बसों को जब्त किया है और 100 से ज्यादा का चालान बनाया है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि राजस्थान की 90 और हरियाणा की 26 बसों का चालान बना है।
राजस्थान के अधिकारी ने आरोप लगाए, ‘उनकी कार्रवाई वीडियो वायरल होने के जवाब में की गई थी। हम चालान नहीं बनाने का अनुरोध करते रहे, लेकिन ऐसा लगता है कि हरियाणा पुलिस ने वीडियो को अपने सम्मान से जोड़ लिया।
और हमारी 39 बसों का चालान बनाना ऊपर से आए आदेश के बगैर नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि ऐसे चालान ने हमारे कर्मचारियों के मनोबल पर भी असर डाला है।’
जबकि, अखबार से बातचीत में RSRTC की चेयरपर्सन ने इस घटना को गैरजरूरी बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार इसे सुलझाने के लिए काम कर रही है।
वायरल वीडियो में क्या
वायरल वीडियो नजर आ रहा है कि एक कॉन्स्टेबल मुंह कवर किए हुए बस में यात्रा कर रही हैं। इस दौरान कंडक्टर उन्हें टिकट के 50 रुपये देने के लिए कहा, जिसपर उन्होंने इनकार कर दिया।
इसके बाद कंडक्टर ने उन्हें बस से उतरने या टिकट लेने के लिए कहा, लेकिन वह लगातार स्टाफ होने का तर्क देती रहीं। खबर है कि वह राजस्थान रोडवेज की बस से धारुहेड़ा जा रही थीं।