भाजपा ने राहुल गांधी पर लगाए गंभीर आरोप, अमेरिका ने जताई नाराज़गी; दूतावास ने कहा ‘निराशाजनक’…

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हाल ही में आरोप लगाया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रही खोजी मीडिया समेत अंतरराष्ट्रीय ताकतों के साथ संबंध रखते हैं और वह देशद्रोही हैं।

भाजपा सांसदों के. लक्ष्मण और संबित पात्रा ने फ्रांसीसी मीडिया संस्थान ‘मीडियापार्ट’ में छपी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा। अब इस मामले पर अमेरिका का बयान आया है। अमेरिका ने भाजपा के आरोपों को “निराशाजनक” बताया है।

दरअसल पात्रा ने दावा किया था कि अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस और कुछ अमेरिका आधारित एजेंसियां, खोजी मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट’ (ओसीसीआरपी) और राहुल गांधी की तिकड़ी ने भारत को अस्थिर करने और सत्ता परिवर्तन के लिए सार्वजनिक असंतोष को भड़काने की कोशिश की।

भारत को “अस्थिर” करने की कोशिश करने का आरोप लगाने के बाद, अमेरिकी दूतावास ने शनिवार को कहा कि यह “निराशाजनक है कि भारत की सत्तारूढ़ पार्टी इस तरह के आरोप लगा रही है।”

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, “अमेरिकी सरकार स्वतंत्र संगठनों के साथ पत्रकारों के व्यावसायिक विकास और क्षमता निर्माण के लिए काम करती है। यह कार्यक्रम इन संगठनों के संपादकीय निर्णयों या उनकी दिशा को प्रभावित नहीं करता।”

उन्होंने यह भी कहा कि “अमेरिका लंबे समय से दुनिया भर में मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थक रहा है। स्वतंत्र प्रेस किसी भी लोकतंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो सूचित और रचनात्मक बहस को सक्षम बनाता है और सत्ता में बैठे लोगों को जवाबदेह बनाता है।”

भाजपा का आरोप

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने दावा किया कि अमेरिकी “डीप स्टेट” ने कुछ पत्रकारों और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मिलकर भारत की प्रगति को बाधित करने का षड्यंत्र रचा है। पात्रा ने कहा कि यह आरोप बिना किसी सबूत के लगाए जा रहे हैं।

भाजपा ने आरोप लगाया कि अमेरिकी एजेंसियां और निवेशक जॉर्ज सोरोस जैसे लोग OCCRP (ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट) को फंड कर रहे हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “बदनाम” करने के लिए आडानी समूह पर “झूठे आरोप” लगा रहे हैं।

ओसीसीआरपी का मुख्यालय एम्स्टर्डम में है। यह एक मीडिया मंच है जो मुख्यत: अपराध और भ्रष्टाचार से संबंधित कहानियों पर ध्यान केंद्रित करता है।

OCCRP और कांग्रेस का जवाब

OCCRP ने अपने बयान में इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि उनकी वित्तीय जानकारी सार्वजनिक है और उनकी रिपोर्टिंग उनके दानदाताओं से प्रभावित नहीं होती। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आरोपों को “निंदनीय” बताया और कहा कि यह संसदीय नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने दुबे से माफी की मांग की और उनके बयान को संसद की कार्यवाही से हटाने की अपील की।

इससे पहले भाजपा सांसद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था, ‘‘जब कोई मुद्दा नहीं होता है तब आप अपने मुद्दे गढ़ते हो और ऐसे मुद्दे गढ़ते हो जो देश के विरोध में हो और पूरे विश्वपटल पर देश को बदनाम करने की कोशिश होती है। यही राहुल गांधी कर रहे हैं, इसलिए मैंने उन्हें देशद्रोही कहा। जो अपने देश को बदनाम करते हैं, तथ्यों के आधार पर नहीं बल्कि झूठ बोलकर बदनाम करते हैं…उसे देशद्रोही नहीं तो क्या कहेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि वह (गांधी) देशद्रोही हैं।’’

‘मीडियापार्ट’ रिपोर्ट का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि ओसीसीआरपी के कई महाद्वीपों में 50 से अधिक मीडिया भागीदार हैं वे और अपने काम को वित्त पोषित करने के लिए अमेरिका में जार्ज सोरोस और भारत विरोधी ताकतों पर बड़े पैमाने पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यदि वे अपने संसाधनों का 70 प्रतिशत एक स्रोत से प्राप्त कर रहे हैं, तो वे तटस्थ नहीं हो सकते हैं। भाजपा नेता ने कहा, गांधी ने ओसीसीआरपी की रिपोर्टों के आधार पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को निशाना बनाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस तक किया है।

पात्रा ने कहा कि गांधी ने जुलाई 2021 में ओसीसीआरपी की एक रिपोर्ट के बाद सरकार पर हमला बोला कि ब्राजील ने एक निजी भारतीय फर्म द्वारा तैयार कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन के लिए 32.4 करोड़ डॉलर का ऑर्डर रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह भारत की छवि खराब करने का प्रयास है और कांग्रेस नेता ने रिपोर्ट के आधार पर संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया, जबकि आदेश जून में ही रद्द कर दिया गया था।

पात्रा ने कहा कि इसी तरह, गांधी ने ओसीसीआरपी की एक रिपोर्ट के बाद पेगासस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा और मीडिया संस्थानों द्वारा भारतीय बाजारों में शेयरों के मूल्य गिराने के उद्देश्य से भारतीय उद्योगपतियों पर हमला किया गया। भाजपा नेता ने कहा कि ओसीसीआरपी ने नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को भी ‘राजनीति से प्रेरित’ करार दिया, जिसमें दोनों कांग्रेस नेताओं पर सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ओसीसीआरपी और राहुल गांधी दो शरीर और एक आत्मा हैं।’’

पात्रा ने अपनी बात रखने के लिए गांधी की कुछ लोगों के साथ कथित तौर पर भारत के हितों के खिलाफ काम करने वाली बैठकों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘ये महज संयोग नहीं है। ये साठगांठ है और इससे एक बात स्पष्ट होती है कि राहुल नहीं चाहते कि भारत आगे बढ़े। भारत की संसद चले, यह राहुल गांधी नहीं चाहते।’’ भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि इनमें से कुछ रिपोर्ट संसद सत्र के लिए तय की गई थीं ताकि कांग्रेस ‘फर्जी’ खबरों के चलते इसकी कार्यवाही बाधित कर सके।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वे नहीं चाहते कि सदन चले। वे चाहते हैं कि देश की हानि हो, उद्योपगति न पनपे और हिन्दुस्तानी पीछे रहे। ये गांधी परिवार एक ऐसा परिवार है जो अपनी कुर्सी के लिए देश को भी बेचने से गुरेज नहीं करेगा।’’ पात्रा ने कहा कि विरोध करने की बजाय कांग्रेस को इस मुद्दे पर संसद में भाजपा से चर्चा करनी चाहिए थी।

इसी तरह की राय रखते हुए लक्ष्मण ने कहा कि भारत विरोधी ताकतें दिन-रात काम कर रही हैं और कांग्रेस तथा उसके सहयोगी अपने एजेंडे को लेकर संसद को बाधित कर रहे हैं। पात्रा ने कहा कि मोदी अपने काम के कारण लोगों के दिलों में रहते हैं और लोगों को बेवकूफ बनाने की गांधी की कोशिशों के झांसे में नहीं आएंगे।

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