महिला के साथ मारपीट से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इसमें दिखता है कि कुछ आदमी एक महिला को घेरे हुए हैं और उसे डंडे से मार रहे हैं। महिला को कान पकड़कर उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया जाता है।
इस क्लिप को शेयर करने वालों का दावा है कि हिंदू महिला ने हिजाब पहनने से इनकार कर दिया तो बांग्लादेश के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने उसके साथ यह दुराचार किया।
वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया, ‘बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में समुद्री तट के पास की यह घटना है। हिजाब न पहनने पर कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने हिंदू आदिवासी महिला को बुरी तरह से पीटा।
ऐसा लगता है कि धर्मनिरपेक्षता उन जगहों के लिए है जहां हिंदू, ईसाई या बौद्ध बहुसंख्यक हैं। नहीं तो, शरिया लागू कर दिया जाता है।
18 मिलियन बांग्लादेशी हिंदुओं को बचाने के लिए जल्द से जल्द कार्रवाई की जरूरत है।’
फैक्ट चेक में क्या निकलकर आया सामने
इंडिया टुडे के फैक्ट चेक में पाया गया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। यह घटना इसी साल सितंबर की है।
पीड़ित महिला हिंदू नहीं, बल्कि मुस्लिम है। पुलिस की ओर से इसकी पहचान थर्ड जेंडर के तौर पर की गई।
वायरल वीडियो के अलग-अलग फ्रेम सर्च किए गए। इस दौरान हमें उसी घटना का एक अलग वीडियो मिला, जिसे 14 सितंबर 2024 को यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था।
वीडियो के डिस्क्रिप्शन में मोहम्मद फारुकुल इस्लाम नाम के 23 वर्षीय व्यक्ति का जिक्र है, जिसे कुछ समय बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।
कीवर्ड सर्च में पता चला कि प्रोथोम अलो, दैनिक बांग्ला, अजकर पत्रिका और बीबीसी बांग्ला में इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स हैं। इनमें बताया गया कि कॉक्स बाजार बीच पुलिस ने इस घटना के संबंध में फारुकुल को गिरफ्तार किया है।
यह घटना 11 सितंबर को हुई जहां 20 साल की आरोही इस्लाम शिकार बनी, जो एक मुस्लिम है। रिपोर्ट में पुलिस का बयान भी शामिल किया गया, जिनमें बताया गया कि आरोही थर्ड जेंडर से है।
उसके साथ मारपीट की घटना रात करीब 10 बजे कॉक्स बाजार समुद्र तट के सुगंधा प्वाइंट पर हुई, जब वह अपने एक दोस्त के साथ घूम रही थी।